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नौकरी देखकर नही इंसान देखकर शादी करें [आर्यन चिराम] naukri dekhkar nhi insaan dekhkar shadi kare [aaryan chiram]

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    दोस्तों नमस्कार आज मै जिस बिंदु पर बात करने वाला हूँ उस बिंदु का नाम है 

    शादी के लिए रिश्ता 

    और उचित समय और शादी के पहले होने वाली समस्याओ के बारे में बात करने वाला हूँ की किस प्रकार की समस्याओ का सामना करना पड़ता है? शुरू से बात स्टार्ट करता हूँ
    जब हम पढ़ते लिखते है तब ये सोचते है की पहले अपने पढाई कर ले उसके बाद बाद में शादी ब्याह को देखेंगे वैसे भी घर वाले शादी करवा देंगे

    करके या यु कहे हम अपने पढाई पर फोकस करते है 12वी के आते आते लगभग 18 साल या उससे जायदा भी हो जाता है फिर भाग दौड़ भरी जिंदगी चालू होता है जॉब के पीछे और कॉलेज करने साथ में हम अपने भविष्य को लेकर चिंतित रहते है क्या करेंगे क्या नही करेंगे अपना लाइफ सेक्योर कैसे हो इस पर लगे रहते है पीजी,व्यवसायिक


    पेपरों की तेयारी करते करते हम लगभग 23-25 वर्ष, के हो जाते है फिर एकात जॉब लग जाता है


    तो फिर ये सोचते है की अभी तो जॉब लगा है एक दो साल फिर शादी करूँगा ये सब करते करते लगभग 28 से 30 वर्ष हो जाता है अब चालू होता है असली मारा मारी
    जब लड़की ढूँढना चालू करो तो कई दिक्कत शुरू होता है लड़की ढूँढना मतलब रेत में गुम सुई ढूँढना है तो चलो बात करते है अपने समाज में लड़की ढूंढने में जो दिक्कत होती है वो कुछ 
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    इस प्रकार है ,
    1.      किसी के यंहा लड़की देखने जाओ तो पहला प्रश्न लड़का पीता तो नही है न ?
    2.     लड़का क्या करता है नौकरी काम धंधा?
    3.     खेत खार कितना है ?
    4.     कितने भाई बहन है ?
    5.     मॉस मछली खाता है की नही ?
    6.     कितना पढ़ा लिखा है ?
    7.     कौन से गोत्र है, मामा गोत्र, गोतामी किसके साथ खाते हो ?
    आदि आदि प्रश्नों के बाद आता है उनका जवाब देने की नौबत तो उत्तरों पर चर्चा करते है, पीते खाता है की नही ये प्रश्न तो बिलकुल जायज है पर जो पिता खाता भी होगा वो क्यों बताएगा की मै पिता खाता हूँ, क्योकि लड़का को भी पता है की अगर मै सही बताया

    तो रिश्ता कैंसल तो वो लड़की देखने गया है तो वो क्यों बताएगा की मै लेता हूँ करके बोलता है बेचारा की थोडा थोडा लेता हूँ करके शादी हो जाता है फिर पता चलता है की केवल लेता नही धुआधार लेता है तो अब शादी तो हो गया तो क्या कर सकते हो, कई बार तो ऐसे भी देखने को मिलता है की जो पुछ रहा होता है पीता है की नही वही खुद पी कर पूछते रहता है ये सब वाकया भी अविस्मर्णीय है खैर, कोई भी माता पिता नही चाहेगा की उनकी बेटी कोई खाने पिने वाले के यंहा जाए इस लिए ये पूछना जायज


    हो जाता है और आज कल के माता पिता को तो मै सुपर माता पिता मानता हूँ क्यों आगे बताऊंगा “अब आगे प्रश्नों पर चर्चा करते है अगला प्रश्न आता है लड़का क्या करता है ? ये प्रश्न भी सही है लड़का बेरोजगार है की रोजगार है और कौन से जॉब में है? हर माता पिता का ये सपना होता है की उनके बेटी जंहा भी जाय वंहा खुश रहे और अछे खानदान में जाए और अछे घर जाए पर आज कल ये उद्देश्य बना लिए है की उनके बेटी कोई अछे नौकरी वाले के यंहा जाए इसलिए मै पहले ही बोल दिया था की आज कल के माता पिता सुपर माता पिता है आज कल के लड़की के माँ पिता ये नही देखते की लड़का कैसा है उनके परिवार कैसा है वो ये देखते है

    की लड़का नौकरी करता है की नही अगर कोई बिना नौकरी वाला आएगा देखने तो बोलेंगे सोच कर बतायेगे और उसके बाद कोई जॉब वाला आएगा तो पहले वाला आलरेडी रिजेक्ट हो जाता है आज कल के माता पिता भले ही उसकी बेटी 12वी पास हो पर दामाद चाहिए नौकरी वाला,और कोई लड़की नौकरी वाली हुई तब तो मत पूछो उनका डिमांड अपने समकक्ष


    नौकरी वाला नही ग्रेड 1 ऑफिसर चाहिए ये 80% लोगो का सोच ऐसा हो गया है उतने पर भी पुलिस वाले को नही देंगे, आर्मी वाल्व को नही देंगे पता नही लोगों की क्या मानसिकता बन गई है, पुलिस वाले दारू पीते है आर्मी वाले भी पीते है, आर्मी वाले ड्यूटी साइड फिर मेरी बेटी कहा रहेगी ? मेरे प्रिय बंधुओ जो लोग ऐसा सोचते हो न तो सबसे घटिया सोचते हो,


    सभी पुलिस वाले नही पीते कोई कोई पीते है उसके कारण पुरे पुलिस को बोलना गलत है और ये आपका गलत धारणा है और आप पूर्वाग्रह से गर्सित है मै ऐसे भी पुलिस वालो को जानता हूँ जो दारू को हाथ भी नही लगाते एक के कारण पुरे डिपार्टमेंट को बोलना गलत है,ये बेचारे लोग हम लोगों के खुशी के लिए छुट्टी तक नही लेते और हम उनके बारे में ऐसा सोच रखते है भले वे थोडा कड़क होते है पर रोज रोज आप भी अगर उनके जैसे माहौल में रहते तो बेसक आप भी उनके जैसा कड़क होते और


    बेचारे आर्मी वाले हमारे अमन शांति के लिए अपना घर परिवार छोड़कर बॉडर पर जागते है उन्ही के बदौलत हम चैन की नीद सोते है और जब उनको अपना बेटी देने की बात आती है तो आर्मी वाले पीते है सोचते हो उन्ही पिने वालो के बदौलत हम आज अपने घर में चैन से सोते है, मेरे बंधू अगर वे पीते है और पड़े रहते है तो देश की रक्षा कौन कर रहा है, नही पीते नही बोल रहा हूँ


    पीते होंगे पर पीकर कंही नाली में तो नही पढ़े रहते या घरो में झगड़े तो नही करते हम आपके जैसे, आप हम ख़ुशी से पीते है पर वे मज़बूरी में पीते है आप भी जब माइनस 45 डिग्री बिना पिए 1 घंटे शर्द बर्फ में रह कर देखिये पता चल जायेगा क्या होता है आर्मी की जिंदगी, भाइयो जो हमारे लिए इतने करते है कम से कम उनके बारे में गलत धारणा मन से निकाल कर उनको बेटी देने में कोई मना मत करियेगा सर मेरा आप लोगो से हाथ जोड़कर करबद्ध निवेदन है, अब बात करते है


    कोई लड़की जॉब में है तो उनको हसबेंड चाहिए उनसे बड़े जॉब वाले ऐसा क्यों? अगर लड़की शिक्षक है वर्ग 1 और उनको शिक्षक वर्ग 2 शादी करना चाहे तो लड़की नही करना चाहती ऐसा क्यों आप भी जॉब में वो भी जॉब में पर क्या मानसिकता बना के रखे रहते है पता नही क्या सोचते है इज्जत कम हो जायेगा सोचते है की दुनिया को मुह दिखाने के लायक नही रहेंगे सोचते है पता नही,और अपने से बड़े जॉब वाले आ गये तो उनको रिश्ता दे देते है मैंने कई ऐसा केस देखे है, और मैंने तो कई ऐसे भी केस देखे है लड़की शिक्षक वर्ग3 है

    और उनको लड़का चाहिए ग्रेड 1 ऑफिसर,उनके लिए वर्ग 3 वर्ग 2 वर्ग 1 कुछ नही लगते तो ऐसे लोगों को धिक्कार है मेरा और ऐसे लोगो को मै लालची ही मानता हूँ ऐसे लोगो के लिए मेरा विचार है की वे खुद को इतना काबिल बनाये की वे खुद ग्रेड 1 ऑफिसर बने फिर उनको खुद के बराबर ग्रेड 1 ऑफिसर मिलेगा, “लोग अपनी योग्यता कम रखते है और ख्वाब बड़े बड़े”


    ये महज लालची प्रवृति है ऐसे लोग कभी न कभी धोखा अवश्य खाते है और खाना भी चाहिए तभी तो सबक मिलेगा
      और मै सभी भाइयो और बहनों से निवेदन करना चाहूँगा की आप कभी भी शादी करते हो तो अपने समकक्ष योग्यता या जॉब वाले को शादी कीजिये कभी कोई दिक्कत नही आएगी और मेरा राय ये है की नौकरी वाले के पीछे नही एक अछे इंसान से शादी कीजिये , कई लोग नौकरी वाले को शादी करने के चक्कर में खुद की जिंदगी ख़राब कर चुके है, आप ऐसे न करे,


    मै ये नही कह रहा नौकरी वाले अछे नही होते है, बल्कि मै ये कह रहा हूँ की जो नौकरी नही कर रहा है वो भी आपको खुश रख सकता है, बर्ते इंसान अछे होने चाहिए, एक घटना बता रहा हूँ बिलकुल सही घटना है ये घटना है महासमुंद की एक मैडम है वर्ग 1 में उनके लिए रिश्ते आया उनके समकक्ष वर्ग 1 वाले पर उनके घर वाले सोचकर बताएँगे बोले उसी दौरान एक mbbs डोक्टर उनको देखने आ गया घर वाले उनको देंगे बोले और दे दिए शादी बियाह भी धूम धाम से हो

    गया शादी के बाद 1 माह बाद दोनों का तलाक भी हो गया दोनों एक दुसरे के साथ अर्जेस्ट नही कर पाए उनका दिमाग प्रोफेशन अलग और इनका अलग अभी तक मैडम का शादी नही हो पाया है उम्र बढ़ रहा है, तो इसीलिए मै बोल रहा था की
    “नौकरी देखकर शादी न करे इंसान देखकर शादी करे” “अगर इन्सान अच्छा है तो बिना नौकरी के बाद भी बहुत खुश रख सकता है और अगर इंसान गलत है तो नौकरी के बावजूद खुश नही रख सकता”

    मेरा राय ये है की अपने समकक्ष नौकरी, योग्यता, उम्र, विचार वाले से शादी करे हमेशा खुश रहेंगे
    आज ऐसे भी बहुत से लोग है जो बहुत अछि जिंदगी बिता रहे है जिनके पास नौकरी नही है, और आज ऐसे भी बहुत लोग है जो नौकरी के बावजूद झगड़े लड़ाई होते हुए जिंदगी काट रहे है
    अब बात करते है बिना नौकरी वालो की दर्द पर आज किन्ही के यंहा लड़की मांगने जाओ तो लड़का क्या करता है कितना खेत खार है कितना पढ़ा लिखा है बोलते है अगर लड़का कोई नॉन जॉब है तो वही से रिजेक्शन का दंश झेलना पढता है मै ऐसे माता पिता जो नौकरी वालो के पीछे भागते है उनसे निवेदन करता हूँ


    नौकरी वालो को देखते देखते अपने बेटी का जीवन तबाह न करें जो नौकरी नहीं कर रहे है वे भी इंसान है भाइयो, एक आकड़ा बता रहा हूँ 98% जॉब प्राइवेट सेक्टर में है और केवल 2% जॉब गोरमेंट सेक्टर में है पर भी दमांद चाहिए सरकारी नौकरी वाला क्या बात है भाई भले


    खुद के बेटा बेरोजगार हो पर बेटी के लिए दमांद चाहिए नौकरी वाला तो आगे आपका भी बेटा है और उनके पास भी जॉब नही है और जब आप अपने लिए बहु ढूंढने जायेंगे फिर सामने वाला भी तो व्ही पूछेगा की आपके बेटे क्या करते है करके फिर उतना टाइम जो दर्द होगा वो आपके साथ नइंसाफी हो रहा है ऐसा प्रतीत होगा पर जब आप दुसरे के बेटा के साथ ऐसा कर रहे होते है उतना टाइम तो आप नही सोचे महोदय इसी को कहते है नहले पे दहला या जैसी करनी वैसी भरनी
    लड़की नही देने के लिए कई सारी बहाना मिल जाता है उस क्षेत्र में हमारा कोई रिश्ते दार नही होते कैसे दे देंगे? उस क्षेत्र में नही देंगे या जिस गाँव में मांगने आये है उसी गाँव में हमारे परिवार के दो लोग रहते है कैसे वाही व्ही दे देंगे? हमारे घर वाले उस दिशा में शादी करने से मना किये है, मेरी बुआ वंहा गई थी तो अब वंहा नही देंगे वगेरा वगेरा इतने बहाना बनाते है कम से कम लड़की लड़का को तो पूछो मेरा बाप की वो लोग क्या चाहते है


    उनका क्या ओपिनियन है वे अपने होने वाले पति या पत्नी से क्या अपेक्षाए रखता है तो ये नही पूछकर फालतू का बहाना में लगे होते है Tumesh chiram   इसी के चलते हमारे समाज में सही समय में सही रिश्तेदार के साथ शादी नही हो पाता और जीवन भर पछताना पड़ जाता है तो आप लोगों से करबद्ध निवेदन है की जिनके लिए लड़की देख रहे है उनको और

    जिनके लिए लड़का देख रहे है कम से कम 5 मिनट एक दुसरे से बात करने का मौका दिया जाए उन्हें तो शादी किया जा सकता है की नही तय कर पाए वे लोग की वे एक दुसरे को समझ पाएंगे या नही करके, क्योकि शादी एक बार होना है तो बाद में पछताना न पडे पापा के कहने पर शादी किया और आज रो रहा हूँ करके ओके भाइयो कहने को तो और बहुत सी बाते है पर यही विराम करते हुए अगले टोपिक में आता हूँ 

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    माँ बाप जब चाहे लडकियों को हर किसी को दिखाया जाता है इससे लडकियों में में एक प्रकार का हीनभावना आने लगता है की मुझे कोई पसंद नही करते करके और अगर लडकियों का शादी सही समय में नही हो पाने पर उम्र बढ़ने लगता है और एक समय के बाद उनके चेहरे से चमक गायब होने लगता है,अगर लडकियों के पिता जी नौकरी


    वाले के चक्कर में रहता है और इस साल नही देंगे, बिना नौकरी वाले को नही देंगे बोलता है तो गाँव वाले भी एक समय के बाद उनके घर मेहमान ले जाना बंद कर देते है जिससे लडकियों का शादी नही हो पाता अंत में जैसे भी रिश्ता आये दे देते है तो शादी सही समय में सही इंसान से हो इसके लिए जायदा से जायदा पहल हो और अछे इंसान देखे नौकरी वाला नही 
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    आज कल यूवक यूवतीयो के सही समय में शादी नही होने का कारण
     हमारे समाज में सही समय में सही रिश्तेदार और सही समय में शादी नही हो


    पाने का एक  नही अनेक कारण है कुछ मुख्य बातो को बिंदु वार चर्चा करते जाता हू 
    1. पहला कारण तो ये है की हम अपने बेटा अगर जॉब में है तो बहु भी जॉब वाली ढूँढना चाहते है


    जिसके चलते सही समय में रिश्ता नही मिल पाता 
    2. हमारे समाज में अगर लड़की 12वी भी पढ़ी लिखी है तो उसके लिए नौकरी वाले दमांद की चाह के कारण सही समय में शादी नही हो पाता 
    3. हमारे यंहा ऐसा भी मानसिकता पनप गया है की हम दुसरो के यंहा रिश्ता लेकर क्यों जाए उनके यंहा रिश्ता लेकर जायेंगे वो


    लोग हमारे यंहा रिश्ता नही लायेंगे इसलिए जानते हुए भी किसी के यंहा रिश्ता नही ले जाते ये अक्सर शहरो में ऐसा देखने को और सुनने को मिलता है 
    4.हमारे यंहा अगर लड़की जॉब में है तो लड़का भी जॉब वाला ही हो नॉन जॉब लड़का से कभी शादी नही करते 
    5.अगर लडकी जॉब में है तो लड़का उससे बड़े जॉब वाले हो तब शादी करेंगे ये देखते देखते उम्र बढती जाती

    है 
    6.क्षेत्र के कारण भी कारण भी शादी नही देते हम उस क्षेत्र में लड़की नही देंगे इसलिए भी उम्र बढ़ रही है 
    7.आज भी हमारे समाज में बढे हल्बा छोटे हल्बा वाली मानसिकता के चलते भी अपने महासभा के बाहर शादी नही करने से लडकियों के उम्र बढ़ रहा है 

    और रहने को बहुत सारा बात है पर आज के लिए बस इतना अगर किसी को बुरा लगा होगा मेंरे लेख से तो क्षमा प्रार्थी हूँ





    // लेखक // कवि // संपादक // प्रकाशक // सामाजिक कार्यकर्ता //

    email:-aaryanchiram@gmail.com

    Contect Nu.7999054095

    CEO & Founder

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    4 Comments

    अपना विचार रखने के लिए धन्यवाद ! जय हल्बा जय माँ दंतेश्वरी !

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